श्री श्री 1008  श्री कूबाजी महाराज का मंदिर खुंटलियाँ  के ईन्डा ( कलश  ) की बोली  के भामाशाह   ( गाव - हापत )

प्रकाशजी व भवरलालजी पुत्र रुगारामजी जलवाणिया , गौत्तमचंद भवरलालजी जलवाणिया गांव हापत

                                                             संघठन में शक्ति है 
 
                            समाज में सभी को एक घड़ी की तरह रहना चाहिए  जैसे  घड़ी में एक कांटा जोर से घूम रहा हो चाहे एक कांटा धीरे  चल रहा हो!
                            चाहे एक कांटा छोटा हो या फिर एक कांटा बड़ा हो मगर घड़ी में बारा बजाना हो तो सब कांटे एक साथ एक जगह हो जाते है !